Saint Premanand Maharaj ji Padyatra CancelPremanand Maharaj ji Padyatra Cancel News संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा को लेकर विवाद गहरा गया है। कुछ लोग यात्रा के शोर को लेकर संत का विरोध कर रहे हैं जबकि उनके समर्थक यात्रा जारी रखने की मांग कर रहे हैं।
इस मामले में कई पूर्व अधिकारी और नामी हस्तियां भी संत के समर्थन में उतर आए हैं। इस पूरे विवाद के पीछे कॉलोनी की महिलाओं का प्रर्दशन रहा था
Premanand Maharaj ji Padyatra Cancel | प्रेमानंद महाराज जी पदयात्रा कैंसिल
प्रेमानंद जी महाराज
वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद जी महाराज भक्तों को आध्यात्मिक और सद्मार्ग पर चलने की सीख देते हैं. उनके भक्ति और सही मार्ग पर चलने के वीडियो सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं. इनको खूब देखा-सुना जाता है. वृंदावन में भी उनके आश्रम पर बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते हैं.
रात दो बजे करते हैं पदयात्रा
प्रेमानन्द महाराज रोजाना रात दो बजे अपने छटीकरा मार्ग पर श्री कृष्ण शरणम पर निवास से परिक्रमा मार्ग पर बने श्री हित राधा केली कुंज आश्रम पैदल चलते हुए जाते हैं.
उमड़ती है श्रद्धालुओं की भीड़
प्रेमानंद महाराज के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्त इक्ट्ठा होते हैं. इस मार्ग पर यात्रा से पहले ही श्रद्धालुओं का रेला जमा हो जाता है. श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी होती है कि पदयात्रा मार्ग के दोनों ओर रस्सी की बैरिकेडिंग करनी पड़ती है.
पदयात्रा बंद करने का ऐलान
लेकिन गुरुवार को प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा को बंद करने का अचानक ऐलान किया जाता है. जानकारी के मुताबिक महाराज का स्वास्थ्य ठीक नहीं है. जिसकी वजह से यह फैसला किया गया है. लेकिन पदयात्रा को बंद करने के पीछे एक और वजह बताई जा रही है.
क्या विरोध बना वजह?
बताया जा रहा है कि स्थानीय लोगों को होने वाली दिक्कतें भी पदयात्रा को बंद करने की वजह हो सकती है. पदयात्रा के दौरान प्रेमानंद महाराज के स्वागत में लोग ढोल-नगाड़े और म्यूजिक सिस्टम आने से पहले ही बजाना शुरू कर देते हैं.
Premanand Maharaj ji Padyatra Cancel
Premanand Maharaj Darshan Time: वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद जी महाराज रात को पदयात्रा करते हुए नहीं दिखाई देंगे. गुरुवार को रोजाना रात दो बजे होने वाली पदयात्रा को अचानकर बंद करने का ऐलान किया गया है. आश्रम की ओर से पदयात्रा को बंद करने की वजह प्रेमानंद महाराज जी का स्वास्थ्य बताया गया है.
शोर से लोगों को दिक्कतें